घनश्याम नायक जीवनी
घनश्याम नायक यानी नट्टू काका आपने इनको तारक मेहता का उल्टा चश्मा धारावाहिक में देखा होगा। जो सब टीवी चैनल पर प्रसारित होती हैं। उनका अभी 3 अक्टूबर 2021 को दुखद निधन हो गया हैं। घनश्याम नायक एक अभिनेता,गायक, डब्बींग आर्टीस्ट थे।
घनश्याम नायकजी ने कई टीवी धारावाहिक, नाटक और फिल्मों में काम किया है। उनको असली पहचान ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ की नटूकाका के किरधार से मिली है। उन्होंने अभी तक 400 से ज्यादा हिंदी और गुजराती फिल्मों में काम किया है। उन्होंने अब तक 350 से अधिक हिंदी सीरियल में काम किया है। 100 से ज्यादा गुजराती नाटक में काम किया है। घनश्याम नायक जी बचपन में ही अभिनय करने मुंबई आ गए
घनश्याम नायकजी का जन्म 12 मई 1940 को गुजरात के उंधाई इस गांव में हुआ था। घनश्याम नायक जी ने अपनी शिक्षा मेट्रिक तक पूरी की है। घनश्याम नायक जी का 67 साल का फिल्मी करियर है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1960 में आई फिल्म ‘मासूम‘ से एक बाल कलाकार के तौर पर की थी। उसके बाद उन्होंने आखिर तक फिल्मों में काम किया।
1962 में घनश्याम नायक जी मुंबई आ गए। मासूम फिल्म के निर्देशक सत्येंद्र बोस थे। उस फिल्म में हनी ईरानी बाल कलाकार थी उसका गाना ‘मोर तेरी मोरनी को मोर ले गया’ आज भी फेमस है। पढ़ाई करते-करते घनश्याम जी नाटक और फिल्म में काम करते रहे। उन्होंने अक्षय कुमार से लेकर अमिताभ बच्चन तक सबके साथ काम कर चुके हैं।
फिल्म में काम करने के लिए उन्होंने बहुत ज्यादा संघर्ष कीया है। लेकिन कभी भी हिम्मत नहीं हारे राज कपूर के गुरु केदार शर्मा जी उनकी आखिरी मूवी थी ‘सहमे हुए सितारे‘ उसमें उन्होंने धोबी का रोल किया था। केदार शर्मा जी अगर कोई कलाकार अच्छा काम करता है। तो जेब से चवन्नी निकालकर बख्शीश देते थे। तो घनश्याम जी का अभिनय देखकर उन को केदार शर्मा जी ने ₹2 का नोट दिया। उन्होंने आखिर तक संभाल के रखा।
दिलीप कुमार जी सीरियल कर रहे थे खुद की ‘जरा देखो तो इनका कमाल‘ तो उनके बंगले में सलमानखाँ था। दिलीप कुमार जी ने घनश्याम जी को बहुत प्यार दिया। गले में हाथ डाल कर पूरा सीन समझाया और घनश्याम जी का काम भी बहुत पसंद आया। उसका निर्देशन सायरा बानो कर रही थी। घनश्याम जी को देव आनंद जी ने भी काम करने लिए बुलाया था। कॉन्ट्रैक्ट साइन भी हुआ। घनश्याम जी का वकील का रोल था लेकिन उसे कोई भी डायलॉग नहीं था। तो इसलिए उन्होंने उस रोल को करनेसे मना किया और कहा कि मैं एक्टर हूं अगर आप डायलॉग होंगे तो बुलाएं। नहीं मैं करूंगा नहीं मैं स्ट्रगल कर रहा हूं। नाटक का कलाकार हूं सीन होगा तो बुलाओ।
‘हम दिल दे चुके सनम‘ मैं घनश्याम जी का अच्छा रोल था ‘विट्ठल काका‘ का और ‘ऐश्वर्या राय‘ को उन्होंने उस समय में भवाई भी सिखाई और उनके घर के डायलॉग भी रख दियें। संजय लीला भंसाली ने घनश्याम जी का प्रोग्राम टीवी में देखा था तभी संजय कॉलेज में थे। मुंबई में दूरदर्शन शुरू हुआ तो पहला प्रोग्राम घनश्याम जी का था ‘आओ म्हारे साथी‘ ये प्रोग्राम भवाई का था। भवाई को फिल्मों में घनश्याम नायक जिन्हें डाला। घनश्याम जीने ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ मे भी भवाई कीया था।
सुबह-सुबह घनश्याम जी अपना फोटो का एल्बम लेकर ऑडिशन के लिए जाते थे। बड़े-बड़े एक्टर और डायरेक्टर के साथ उन्होंने काम किया। घनश्याम नायक जी ने 400 फिल्मों में डबिंग आर्टिस्ट का काम किया है। उन्होंने कन्हैयालाल जी मदर इंडिया के लाला गुजर गए तो उनकी डबिंग भी की एडिटर कांतिलाल शुक्ला ने कहा कि कन्हैयालाल जी की डब्बींग घनश्याम नायक करेंगे। एक और संग्राम मूवी में 4 घंटे में कन्हैयालाल जी की डबिंग की।
उन्होंने आशा भोंसले और महेंद्र कपूर जैसे उस्तादों के साथ 12 से अधिक गुजराती फिल्मों में प्लेबैक सिंगींग भी की। गाने कभी भी बूढ़े मां की आवाज में गाए कभी लड़की की आवाज में गाए। 2008 मे असीत मोदी ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ बना रहे थे। तारक मेहता का उल्टा चश्मा में उनका एक रोल के लिए सिलेक्शन हुआ था। असित मोदी के साथ उन्होंने पहले भी उनकी सीरियल सारथी मे 500 एपिसोड किए थे। नटूकाका का किरदार किसको देंगे तो जेठालाल यानी दिलीप जोशी ने कहा की घनश्याम जी करेंगे। खुद घनश्यामजी ने नटूकाका नाम रखा और नटूकाका फेमस हो गए। उन्होने अपना नाम नटवरलाल प्रभाशंकर उधैईवाला उर्फ नटूकाका रख दिया। घनश्याम नायक तारक मेहता की उल्टा चश्मा धारावाहिक के सबसे सीनियर अभिनेता है।
गुजरात की नायक कोम कला क्षेत्र में कार्यरत है। घनश्याम जी की सात पिढ़िया अभिनय क्षेत्र में कार्यरत है। उत्तर गुजरात में एक लोकनाट्य है भवाई मतलब जैसे महाराष्ट्र में तमाशा, उत्तर प्रदेश में नौटंकी, तमिलनाडु में तेरुकूट्टू ऐसा ही उत्तर गुजरात में भवाई हैं। घनश्याम जी ने 7 साल की उम्र में लड़की का किरदार निभाकर माता के सामने शुरुआत की थी।
तारक मेहता का उल्टा चष्मा में काम करते वक्त उन्हे बहोत फिल्मो की आफर आयी मगर उन्होने काम नहीं कीया। ओ धारावाहीक मे काम करके संतुष्ट थे। नट्टू काका ने कभी अपने आपको बुजुर्ग नहीं समझा। वे इतनी गंभीर बिमारी से पीड़ित होने के बावजूद भी अपने काम को बहुत लगन और मेहनत से करते थे।
आज के समय में घनश्याम नायक को सभी नट्टू काका के नाम से ही जानते है।घनश्याम नायक का 77 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। आपको बता दें कि नट्टू काका पिछले काफी महीनों से कैंसर से पीड़ित थे और इनका लगातार इलाज चल रहा था। पिछले वर्ष इनके गले की सर्जरी करके 8 गांठे निकाली गई थी। इनकी निधन की खबर सुनकर फैन्स में शोक की लहर चली गई है। घनश्याम नायक तारक मेहता का उल्टा चश्मा से शूटिंग करने के बाद अपनी अंतिम इच्छा व्यक्त करते हैं कि वह अपने मेकअप के साथ मरना चाहते हैं और अपनी अंतिम सांस तक काम करना चाहते हैं। नट्टू काका पिछले 13 वर्षों से तारक मेहता का उल्टा चश्मा के जरिये बच्चों से लेकर बुढ्ढो तक सभी का मनोरंजन करते रहे है। हर किसी के दिल में नट्टू काका के लिए एक विशेष जगह बनी हुई है।
घनश्याम नायक द्वारा अभिनीत फिल्म्स
- 1960 – मासूम (बाल कलाकार)
- 1974 – बालक ध्रुव (आश्रम शिशु)
- 1982 – एक और संग्राम
- 1992 – बेटा (हवलदार)
- 1992 – तिरंगा
- 1993 – आँखे (विलेजर)
- 1993 – आशिक आवारा (पुलिस कांस्टेबल)
- 1994 – लाडला (गेट चौकीदार)
- 1994 – क्रांतिवीर (कल्याणजी भाई)
- 1994 – ईना मीना डेका (भिखारी)
- 1995 – आंदोलन (प्रोफेसर)
- 1995 – बरसात (बस्ती मैन)
- 1996 – माफिया (हवलदार)
- 1996 – चाहत (अस्पताल रोगी)
- 1996 – कृष्ण (अमर प्रभाकर के आदमी)
- 1996 – घातक (अस्पताल रिसेप्शनिस्ट)
- 1997 – इश्क (इंस्पेक्टर)
- 1997 – राधेश्याम सिताराम
- 1998 – शाम घनश्याम (हिरोइन प्रिया गिल के पिता)
- 1998 – चायना गेट (प्रबंधक)
- 1998 – बारूद
- 1999 – कच्चे धाँगे (इंस्पेक्टर)
- 1999 – हम दिल दे चुके सनम (विठ्ठल काका)
- 2000 – तेरा जादू चल गया बनिया
- 2001 – चेहरा मौत का
- 2001 – लज्जा (टिकु)
- 2003 – चोरी चोरी
- 2003 – तेरे नाम (चंदू चायवाला)
- 2000 – शिकारी (घनश्याम)
- 2004 – खाकी (दर्जी)
- 2004 – पुलिस बल: एक इनसाइड
- 2007 – पंगा ना लो (नटक्वाला)
- 2007 – अंडरट्रायल (प्रिसनर)
- 2009 – ढोन्दे रे जोगे (पंडितजी)
- 2010 – हैलो! हम लल्लन बोल रहैं (सेवक)
- 2016 – एको बादशाह रानी
- 2017 – लव नी भवाई (चाय विक्रेता)
घनश्याम नायक द्वारा अभिनीत टेलेविज़न
- खिचड़ी
- मनिमटकु
- एक महल हो सपनो का
- दिल मिल गए
- सारथी
- साराभाई बनाम साराभाई
- फिलीप टाॅप 10
- तारक मेहता का उल्टा चश्मा
- छूट्टा छेडा
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